सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक बार फिर खुशखबरी है। भारत सरकार की तरफ से डीए (Dearness Allowance) और डीआर (Dearness Relief) में बढ़ोतरी होने जा रही है, जिससे लाखों कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में सीधा लाभ मिलेगा। हर बार की तरह, इस बार भी ज्यादातर लोग बढ़ी हुई रकम, कब लागू होगी, और कुल कितनी राहत मिलेगी, इसे लेकर उत्साहित हैं।
डीए और डीआर का सीधा संबंध महंगाई से होता है। जैसे-जैसे महंगाई बढ़ती है, सरकार अपने कर्मचारियों को राहत देने के लिए डीए-डीआर में बढ़ोतरी करती है। इससे कर्मचारियों और पेंशनर्स की आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक असर पड़ता है। आइए, जानते हैं इन बढ़ोतरी और उनसे मिलने वाले फायदों के बारे में विस्तार से।
डीए-डीआर हाइक: क्या है ये योजना और कब से लागू होगा आदेश
डीए यानी महंगाई भत्ता और डीआर यानी डियरनेस रिलिफ, केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों और पेंशनर्स को हर साल दो बार – जनवरी और जुलाई से बढ़ाती है। यह बढ़ोतरी आमतौर पर मार्च और अक्टूबर या नवंबर में घोषित की जाती है, मगर इसका फायदा पिछले जनवरी या जुलाई से ही माना जाता है।
साल 2025 के जुलाई से 3% से 4% तक डीए-डीआर बढ़ाने का ऐलान संभावित है। इसका मतलब है कि कर्मचारियों और पेंशनर्स की कुल डीए-डीआर दर बढ़कर लगभग 58% हो सकती है। इस बढ़ोतरी की घोषणा सितंबर या अक्टूबर में होने की संभावना है, लेकिन यह लागू जुलाई से ही मानी जाएगी। डीए-डीआर बढ़ोतरी का फैसला ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स-इंडस्ट्रियल वर्कर्स (AICPI-IW) के आंकड़ों के अनुसार तय किया जाता है। मार्च 2025 में यह इंडेक्स 143 था, जो मई में 144 हो गया, और आगे लगातार इसमें वृद्धि देखी जा रही है।
डीए-डीआर में बढ़ोतरी का असर न सिर्फ वेतन, बल्कि पेंशन और अन्य भत्तों पर भी पड़ता है। जैसे ही इसका ऐलान होता है, कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन दोनों में वृद्धि लागू हो जाती है, जिसमें पिछली अवधि के एरियर (बकाया राशि) का भुगतान भी शामिल होता है। इसमें अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 40,000 रुपए है, तो 3% की वृद्धि से हर महीने 1,200 रुपए का फायदा सीधे-सीधे मिल सकता है।
डीए-डीआर हाइक के 7 फायदे
- वेतन में सीधी वृद्धि: डीए बढ़ने से कर्मचारियों की मासिक सैलरी में सीधा बढ़ोतरी होती है, जिससे खर्च करना आसान होता है।
- पेंशनर्स को राहत: डीआर बढ़ने के कारण रिटायर कर्मियों की पेंशन में भी वृद्धि मिलती है।
- एरियर का लाभ: अक्सर डीए-डीआर रेट पिछली तारीख से लागू होते हैं, जिससे पुराने महीनों का एरियर एकमुश्त मिलता है।
- अन्य भत्तों में बढ़ोतरी: कई अन्य भत्तों जैसे HRA, TA आदि की गणना बेसिक पे+DA पर होती है, इसलिए उनमें भी लाभ मिलता है।
- भविष्य निधि में इजाफा: प्रॉविडेंट फंड और ग्रेच्युटी आदि भी बेसिक वेतन और डीए के आधार पर तय होती हैं।
- मोटा कुल लाभ: बढ़े हुए डीए से सालाना सैलरी और पेंशन में हजारों रुपए तक का इजाफा होता है।
- महंगाई से राहत: बिना डीए बढ़ाए महंगाई का असर कर्मचारियों पर अधिक पड़ता, जबकि इस भत्ते से खर्च संतुलित होता है।
यह किसे मिलेगा और किसको फायदा
यह लाभ केंद्र सरकार के लगभग 1.2 करोड़ कर्मचारियों और पेंशनर्स को मिलेगा। राज्य सरकारें भी अक्सर केंद्र के डीए बढ़ोतरी के बाद अपने कर्मियों को वही लाभ देती हैं, इसलिए इसका दायरा काफी बड़ा है।
साथ ही, आठवां वेतन आयोग 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकता है। उसकी सिफारिशें आने के बाद मौजूदा डीए को आधार सैलरी में जोड़ दिया जाएगा, जिससे कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हो जाएगी, और डीए का चक्र फिर से रीसेट हो जाएगा।
डीए-डीआर बढ़ोतरी कब होगी लागू
सरकार आमतौर पर जुलाई या जनवरी से डीए-डीआर बढ़ोतरी लागू करती है, लेकिन घोषणा कुछ महीने बाद आती है। 2025 की जुलाई से बढ़ी हुई दरें लागू मानी जाएंगी, जबकि घोषणा सितंबर-अक्टूबर में हो सकती है। इससे बढ़ा हुआ वेतन और पेंशन उस महीने से मिलना शुरू हो जाएगा, और पुराने महीनों का एरियर एक साथ मिल सकता है।