नवीनतम रेल विकास के तहत बिहार को केंद्र सरकार द्वारा 10 नई सुपरफास्ट ट्रेनों का तोहफा मिला है। यह कदम राज्य की कनेक्टिविटी बढ़ाने, यात्रा को सुविधाजनक और तेज़ बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। इस योजना से न केवल बिहार के यात्रियों को नए और सीधे मार्गों पर सफर का मौका मिलेगा, बल्कि राज्य का विभिन्न हिस्सों से सीधा जुड़ाव भी मजबूत होगा। खासकर त्योहारों या छुट्टियों के समय ट्रेनों में भीड़ को कम करने में यह ट्रेनें प्रभावी भूमिका निभाएंगी।
इन ट्रेनों के संचालन से बिहार के कई शहर, जैसे पटना, दरभंगा, भागलपुर, साहसा, जोगबनी और अन्य स्थान, राष्ट्रीय राजधानी एवं अन्य राज्यों से बेहतर और तेज़ गति से जुड़ सकेंगे। सरकार ने इस तोहफे को चुनावी साल में लोगों के लिए सुविधाजनक और किफायती यात्रा का अवसर बनाने के रूप में पेश किया है। इन सुपरफास्ट ट्रेनों के शेड्यूल में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए समय सारणी बनाई गई है ताकि यात्रियों को अपेक्षित समय पर यात्रा पूरी करने में आसानी हो।
बिहार को मिली 10 नई सुपरफास्ट ट्रेनों का विवरण
हाल ही में भारत सरकार और रेलवे मंत्रालय ने बिहार के लिए इस योजना की शुरुआत की है, जिसमें ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ के तहत विशेष जोर दिया गया है। ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ योजना का उद्देश्य मध्यवर्गीय और आर्थिक रूप से कमजोर यात्रियों को आधुनिक, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा मुहैया कराना है। इस योजना के तहत बिहार को अभी चार नई अमृत भारत ट्रेनों समेत कुल 10 नई सुपरफास्ट ट्रेनों की सौगात मिली है, जिनमें कई ट्रेनें दैनिक और हफ्ते में एक बार चलेंगी।
इन नई ट्रेनों में प्रमुख रूप से राजेंद्र नगर टर्मिनल (पटना) से नई दिल्ली, बापूधाम मोतिहारी से दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल), दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर), मालदा टाउन से लखनऊ (गोमती नगर) और साहसा से अमृतसर के रूट शामिल हैं। जोगबनी से एरोड, दक्षिण भारत के लिए एक लंबी दूरी की ट्रेन की भी घोषणा की गई है। इन ट्रेनों में अधिकांश का संचालन जल्द शुरू हो जाएगा, जिसमें सबसे ज्यादा लाभ बिहार और पूर्वी भारत के यात्रियों को मिलेगा। इस बार इन ट्रेनों में आम यात्री के लिए सुविधाओं का खास ध्यान रखा गया है—जैसे मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट्स, आरामदायक सीटें, स्नैक्स टेबल और दिव्यांग यात्रियों के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।
ट्रेन नंबर और टाइमटेबल
रेलवे मंत्रालय के अनुसार, इन ट्रेनों का नियमित परिसंचालन जुलाई 2025 से शुरू हो चुका है। प्रत्येक ट्रेन का निर्धारित नंबर है, ताकि यात्रियों को बुकिंग और स्टेशन पर उचित जानकारी मिल सके। पटना से नई दिल्ली जाने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस का नंबर 22361 है, जो शाम 7:45 बजे पटना से प्रस्थान करती है और अगले दिन दोपहर 1:30 बजे नई दिल्ली पहुंचती है। वापसी की रेलगाड़ी नई दिल्ली से रात 6:00 बजे रवाना होकर अगले दिन 11:45 बजे पटना पहुँचती है।
दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर) के लिए यह ट्रेन 415 रुपए के सामान्य टिकट पर सुलभ है और सप्ताह में एक बार संचालित होती है। इसी प्रकार, मालदा टाउन से लखनऊ वाली ट्रेन और साहसा-अमृतसर ट्रेन का भी विशेष शेड्यूल रखा गया है ताकि समय का सदुपयोग हो सके। अधिकांश नई ट्रेनों में सफर का समय 17 से 19 घंटे के बीच रहेगा और टिकट दर लगभग 400 से 600 रुपए के बीच है, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए किफायती रहेगा।
योजना और सुविधाएँ
इन तमाम ट्रेनों के तहत ‘अमृत भारत एक्सप्रेस’ नाम से शुरू की गई योजना वास्तव में आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यवर्गीय परिवारों की यात्रा को आसान और सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इन ट्रेनों की सबसे खास बात यह है कि इनमें आधुनिक सेफ्टी फीचर्स जैसी तकनीक, आरामदायक सीटें, फोल्डेबल टेबल, ब्रेकिंग सिस्टम और फायर डिटेक्शन सिस्टम जैसे कई नए फीचर्स को शामिल किया गया है।
रेलवे ने बताया कि इन ट्रेनों में विशेष टॉयलेट, दिव्यांगजनों के लिए रैम्प, एलईडी लाइटिंग, सूचना डिस्प्ले बोर्ड, स्वचालित डोर जैसी सुविधाएँ हैं, जिससे यात्रा सुरक्षित और आरामदायक बन सके। इन अमृत भारत ट्रेनों को 130 किमी प्रति घंटा की स्पीड के साथ डिजाइन किया गया है, जिससे यात्रियों का समय बचे और सफर भी सुगम हो।
सरकार द्वारा विशेष बजट
रेल मंत्री द्वारा दिए गए बयान के मुताबिक, बिहार की रेल कनेक्टिविटी के लिए हाल ही के बजट में 10,000 करोड़ रुपए का अनुमोदन किया गया है, जिससे काफी सारी रुकी हुई परियोजनाएँ पूरी होंगी। साथ ही, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स जैसी नई इलेक्ट्रॉनिक्स सुविधाएँ भी पटना और दरभंगा में खुलने जा रही हैं, जिससे पूरे राज्य में तकनीकी और आर्थिक उन्नति को बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष
बिहार को मिली 10 नई सुपरफास्ट ट्रेनों की सौगात से न केवल राज्य की कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी, बल्कि आम जनता के सफर का भी अनुभव बेहतर और तेजी से बदल जाएगा। इन ट्रेनों के संचालन से बिहार के हर हिस्से तक सीधे, तेज और किफायती यात्रा संभव होगी, जो राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।