आजकल भारतीय बाजार में सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले कुछ महीनों में सोने के दाम में तेज़ उतार-चढ़ाव आया है, जिससे निवेशक और आम लोग दोनों ही काफी अलर्ट हो गए हैं। इस समय सोना हमेशा की तरह चर्चा का विषय है क्योंकि उसके भाव में गिरावट होते ही खरीदारी का सुनहरा मौका बन जाता है। बहुत लोग सोच रहे हैं कि अभी सोना खरीदें या और कीमत के गिरने का इंतजार करें।
भारतीय संस्कृति में सोना न सिर्फ गहनों के रूप में बल्कि निवेश के एक मजबूत विकल्प के तौर पर भी देखा जाता है। खासकर त्योहारों और शादियों के मौसम में इसकी मांग काफी बढ़ जाती है। जब अचानक सोने की कीमत कम होती है, तो ये खबर आम आदमी के लिए खुशखबरी लाती है क्योंकि ऐसे समय पर कम कीमत में सोना खरीदना हर किसी के लिए फायदेमंद सौदा साबित हो सकता है।
सोने में गिरावट का कारण
2025 में सोने की कीमत में भारी गिरावट आने के कई बड़े कारण हैं। डॉलर के मजबूत होने, अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में अस्थिरता कम होने, भू-राजनीतिक तनाव कुछ कम होने और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी में सुस्ती आने से सोने के भाव में दबाव बन गया है। अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती का रुख भी इसका प्रमुख कारण है। अगर सोने की वैश्विक मांग कम होती है, तो भारतीय बाजार पर इसका तुरंत असर देखने को मिलता है।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे ही आर्थिक दबाव थोड़ा कम हुआ है या निवेशक दूसरा विकल्प देखने लगे हैं, तो सोने के दाम में गिरावट आ जाती है। यह गिरावट सीमित समय के लिए भी हो सकती है। ऐसे में अगर मौका हाथ से निकल गया, तो अगली बार कीमत ऊपर ही मिलने की संभावना रहती है। यही वजह है कि अधिकतर लोग ऐसे समय का लाभ उठाते हैं और सोना खरीद लेते हैं।
अभी का सोने का रेट क्या है?
अभी 5 अगस्त 2025 को भारत में 24 कैरेट सोना लगभग ₹104,934 प्रति 10 ग्राम बिक रहा है और 22 कैरेट का भाव ₹96,672 प्रति 10 ग्राम है। कभी-कभी कुछ दिन पहले तक सोना 1 लाख से नीचे भी गया, लेकिन पाक्षिक या मासिक गिरावट के हिसाब से अभी यह सबसे अच्छा मौका माना जा रहा है। इसी दौरान लोग सोने के गहने और सिक्के खूब खरीद रहे हैं क्योंकि उम्मीद की जा रही है कि आने वाले महीनों में दाम फिर बढ़ सकते हैं।
क्यों कारगर है ये समय खरीदारी के लिए?
इतिहास गवाह है कि जब भी सोने के दाम में भारी गिरावट आती है, तो फिर अचानक उसमें तेजी भी आती है। बहुत बार लोगों ने इंतजार करते-करते मौका गंवा दिया। अगर आप सोना निवेश या गहनों के लिए खरीदना चाहते हैं, तो अब का समय काफी बेहतर है। विशेषज्ञों की राय के मुताबिक, बाजार इस समय लोअर साइड पर है, इसलिए निवेश का यह सही समय माना जा सकता है।
सोने की सरकारी स्कीम – सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
सरकार की ओर से सोने में निवेश के लिए ‘सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)’ योजना चलाई जाती थी, जिसकी शुरुआत 2015 में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य था कि लोग डिजिटल तरीके से सोने में निवेश करें और फिजिकल गोल्ड पर निर्भरता कम हो। इस स्कीम में 2.5% सालाना फिक्स्ड ब्याज के साथ निवेशकों को फायदा मिलता था और ऑनलाइन खरीदारी पर अतिरिक्त छूट भी दी जाती थी।
31 मार्च 2025 तक, इस योजना के जरिए करीब 67 सीरीज निकाली गईं, जिसमें लगभग 147 टन सोना खरीदा गया और कुल वैल्यू ₹72,275 करोड़ तक पहुंच गई। इस योजना के माध्यम से कई लोगों ने अच्छे रिटर्न पाए हैं और महंगाई के समय अपने पैसे को सुरक्षित रखा है। फिलहाल इस स्कीम को जारी रखने या नई किश्त लाने को लेकर सरकार ने कोई तय तारीख नहीं बताई है। बजट 2025 के बाद खबर थी कि सरकार इसे कुछ समय के लिए बंद कर सकती है, क्योंकि हाल के दिनों में इससे सरकार को अपेक्षा से ज्यादा लागत वाली उधारी का बोझ झेलना पड़ा है।
आवेदन कैसे करें?
अगर आगे कभी सरकार नई SGB सीरीज लाती है तो कोई भी भारतीय नागरिक, ट्रस्ट, HUF या संस्था बैंक, पोस्ट ऑफिस या ऑनलाइन पोर्टल के जरिए इसमें आवेदन कर सकता है। इसमें निवेश की न्यूनतम सीमा 1 ग्राम और अधिकतम 4 किलो प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष है।
निष्कर्ष
अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो अभी के दाम आपके लिए मौका हैं, क्योंकि सोने की कीमत में आई गिरावट भविष्य में बढ़त मिलने की संभावना के साथ आती है। सरकारी योजना जैसे सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प रही है, भले ही फिलहाल उसकी नई किश्त आने का इंतजार करना पड़ सकता है। समय पर निर्णय लेना आपको लंबे समय में बड़ा लाभ दे सकता है।