मध्य प्रदेश की महिलाओं के लिए लाडली बहना योजना एक वरदान साबित हो रही है। प्रदेश की करोड़ों महिलाओं को हर महीने आर्थिक सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह योजना लगातार नई उपलब्धियां पा रही है।
अगस्त 2025 में भी बड़ी खुशखबरी सामने आई है, क्योंकि रक्षाबंधन के मौके पर लाडली बहना योजना की 27वीं किस्त की तारीख घोषित कर दी गई है। इससे प्रदेश की लगभग 1.27 करोड़ महिलाओं के खातों में एक बार फिर राहत की रकम ट्रांसफर होने जा रही है।
कई महीनों से महिलाएं इस 27वीं किस्त का इंतजार कर रही थीं। इस बार ये किस्त उनके लिए और खास होने वाली है, क्योंकि सरकार ने रक्षाबंधन पर्व के शुभ अवसर पर ‘शगुन राशि’ के तौर पर अतिरिक्त 250 रुपये भी जोड़ दिए हैं। यानी अगस्त में हर लाभार्थी महिला को कुल 1,500 रुपये मिलेंगे।
वैसे तो हर महीने किस्त ₹1,250 है, पर इस बार पर्व को ध्यान में रखते हुए ज्यादा राशि भेजी जा रही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 7 अगस्त 2025 को राजगढ़ के नरसिंहगढ़ से सिंगल क्लिक के जरिए यह राशि सीधे खातों में ट्रांसफर की जाएगी.
Ladli Behna Yojana 2025
लाडली बहना योजना की शुरुआत 28 जनवरी 2023 को मध्य प्रदेश सरकार ने की थी। तब से अब तक लाखों महिलाओं के जीवन में सुधार आया है। इसका मकसद महिलाओं और उनके बच्चों की स्थिति मजबूत करना, उनके स्वास्थ्य और पोषण को बेहतर बनाना है।
प्रारंभ में इस योजना में प्रतिमाह 1,000 रुपये की किस्त आती थी, जो बाद में 1,250 कर दी गई। कुछ खास त्योहारों जैसे रक्षाबंधन पर अलग से शगुन राशि मिलती है. हर पात्र महिला को हर महीने 1,250 रुपये की सहायता मिलती है। ज्यादातर लाभार्थी गरीब, मध्यम वर्ग या सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में आने वाली महिलाएं हैं।
यदि कोई महिला पहले से सामाजिक पेंशन या अन्य सरकारी सहायता में 1,250 रुपये से कम प्राप्त कर रही है, तो लाडली बहना योजना के तहत यह रकम पूरी कर दी जाती है ताकि कुल राशि 1,250 रुपये हो सके. इस तरह सरकार ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया है।
27वीं किस्त की तिथि और ट्रांसफर प्रक्रिया
अगस्त 2025 की सबसे बड़ी खबर यह है कि 27वीं किस्त और रक्षाबंधन का शगुन 7 अगस्त को ट्रांसफर किया जाएगा। आमतौर पर किस्त हर महीने की 10 तारीख के बाद आती है, लेकिन इस बार 9 अगस्त को रक्षाबंधन होने के कारण सरकार ने यह किस्त पहले ही जारी करने का एलान किया है।
कुल 1.27 करोड़ महिलाओं के खातों में 1,250 रुपये महीने की किस्त और 250 रुपये शगुन, टोटल 1,500 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे. प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद इस प्रक्रिया को अपने हाथों से राजगढ़ जिले से ‘सिंगल क्लिक’ के माध्यम से करेंगें।
जिन लाभार्थी महिलाओं के आधार और बैंक अकाउंट की जानकारी ई-केवाईसी के जरिए अपडेट है, उनके खाते में सीधे यह राशि पहुंचेगी. इस प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता रखी जाती है और किसी भी महिला को अलग से बैंक या अधिकारी के पास जाने की जरूरत नहीं होती।
कौन ले सकता है लाभ?
मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना का लाभ 23 से 60 वर्ष आयु की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा या परित्यक्ता महिलाएं ले सकती हैं। महिला को मध्य प्रदेश की निवासी होना जरूरी है और उसका परिवार सरकार द्वारा तय की गई सीमा के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग में आता हो।
यदि परिवार की कोई महिला किसी और सरकारी योजना में पूरी राशि नहीं ले रही, तो बाकी रकम लाडली बहना योजना से पूरी हो जाती है।
पात्रता के लिए महिला का ई-केवाईसी और आधार से लिंक्ड बैंक अकाउंट भी जरूरी है। आवेदन के बाद लाभार्थी को हर महीने स्वतः ही सरकार द्वारा तय की गई राशि उसके खाता नंबर पर भेज दी जाती है.
योजना से जुड़े अन्य लाभ
लाडली बहना योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे महिलाओं को सिर्फ आर्थिक मदद ही नहीं मिलती, बल्कि समाज में सम्मान भी बढ़ता है। महिलाओं की सहभागिता परिवार के निर्णयों में बढ़ी है और उनकी रोजमर्रा की समस्याओं का हल भी आसान हुआ है।
इसके साथ ही कई महिलाएं खुद का छोटा व्यवसाय शुरू कर पाई हैं और बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य, शिक्षा व पोषण में सुधार हुआ है.
निष्कर्ष
लाडली बहना योजना की 27वीं किस्त और रक्षाबंधन पर ‘शगुन’ के साथ मिलेगी कुल 1,500 रुपये की राशि, निश्चित ही प्रदेश की महिलाओं के आत्मविश्वास और आर्थिक मजबूती को नया बल देगी। ऐसी योजनाएं सिर्फ आज की जरूरत नहीं, बल्कि महिलाओं की आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं, जो उन्हें नए सपनों और हौसलों के साथ आगे बढ़ने का मौका देती हैं।