दिल्ली में अवैध निर्माण और अनाधिकृत कब्जों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की लगातार खबरें आने लगी हैं। खासतौर पर चांदनी चौक और इसके आसपास के क्षेत्रों में बुलडोजर चलाने के बाद, अब बड़ी सीलिंग अभियान शुरू हुआ है। यह कार्रवाई दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में अनाधिकृत निर्माण को रोकने और स्थानीय नगर निगम के नियमों का पालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की जा रही है। इस अभियान के तहत कई दुकानों और अवैध निर्माणों को सील किया जा रहा है, साथ ही इस मामले में अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी भी रखी जा रही है।
यह कार्यवाही मुख्य रूप से Municipal Corporation of Delhi (MCD) द्वारा सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत करवाई जा रही है। कोर्ट ने न केवल अवैध निर्माण और अनाधिकृत व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक लगाई है, बल्कि चांदनी चौक में इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी का भी आदेश दिया है। चांदनी चौक के कतरा नील इलाके में लगभग २५-३० दुकानों को सील करने के आदेश दिए गए, जिससे वहाँ के व्यापारियों में रोष देखने को मिला।
चांदनी चौक और दिल्ली के अन्य इलाकों में बुलडोजर के बाद MCD की सीलिंग कार्यवाही
हाल के महीनों में दिल्ली में Municipal Corporation of Delhi (MCD) ने अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। चांदनी चौक के अलावा कई इलाकों जैसे भलस्वा डेयरी कॉलोनी, बुराड़ी, मुण्डका, और अन्य नॉर्थ कॉर्पोरेशन क्षेत्रों में भी बुलडोजर से अवैध निर्माणों को गिराया गया और सीलिंग की प्रक्रिया शुरू की गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया है कि वे चांदनी चौक जैसे क्षेत्रों में रोजाना पेट्रोलिंग करें और यदि कोई भी व्यक्ति एक ईंट भी अवैध रूप से रखे तो उसे तत्काल गिरफ्तार किया जाए। कोर्ट ने संकेत दिया है कि ये अवैध निर्माण केवल बिल्डर्स और स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से संभव हो पाते हैं, जिसे रोकना अति आवश्यक है।
अवैध निर्माण जो अनधिकृत व्यावसायिक उपयोग के लिए बनाए गए हैं, उन्हें सील करके बंद किया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि फोड़-फाड़ और सीलिंग के आदेशों का पूरी तरह पालन हो। चांदनी चौक के कतरा नील इलाके में २५-३० दुकानों को सील किए जाने के बाद व्यापारियों ने प्रदर्शन किया, लेकिन प्रशासन ने अपने अभियान को जारी रखा है।
MCD की सीलिंग और बुलडोजर कार्यवाही का संक्षिप्त विवरण
विषय | विवरण |
अभियान का उद्देश्य | अवैध निर्माण और अनाधिकृत कब्जों को रोकना |
प्रभावित इलाकें | चांदनी चौक, भलस्वा डेयरी कॉलोनी, बुराड़ी, मुण्डका आदि |
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश | पुलिस को पेट्रोलिंग और गिरफ्तारी के आदेश |
बुलडोजर कार्रवाई | अवैध संरचनाओं का ध्वस्त करना |
सीलिंग कार्रवाई | अनधिकृत व्यावसायिक उपयोग वाली दुकानों और परिसरों को सील करना |
प्रभावित दुकानों की संख्या | लगभग २५-३० दुकानें चांदनी चौक में सील |
निगरानी एजेंसियां | MCD, दिल्ली पुलिस, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार |
कानून और आदेशों का आधार | दिल्ली नगर निगम अधिनियम (1957), सुप्रीम कोर्ट के आदेश |
अवैध निर्माण के खिलाफ MCD की प्रमुख कार्यवाहियां
- जनवरी 2025 में MCD ने दिल्ली में लगभग 440 अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया।
- कई इलाकों में लगभग 85 सीलिंग कार्यवाही की गई।
- अधिकारियों ने बिजली और पानी की सेवाओं को इन अवैध स्थानों से काटने की व्यवस्था की।
- चांदनी चौक में सुप्रीम कोर्ट के सक्रिय हस्तक्षेप के बाद विशेष पेट्रोलिंग दल बनाए गए।
- दिल्ली के विभिन्न ज़ोन में नियमित निरीक्षण और कड़ी निगरानी जारी है।
चांदनी चौक में सीलिंग के बाद की स्थिति और प्रतिक्रिया
चांदनी चौक के व्यापारी और स्थानीय निवासी इस कार्यवाही को लेकर चिंतित हैं। दुकानों की सीलिंग से व्यापार प्रभावित हो रहा है, जिसके कारण विवाद भी खड़ा हो रहा है। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि ये कार्रवाई नियमों के तहत की जा रही है और अवैध निर्माण को बढ़ावा देना किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि कोई भी अवैध निर्माण यथासंभव शीघ्रपतन कराया जाए और संबंधित अधिकारी जो मिलीभगत में पाए जाएं, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हो। इसके तहत गिरफ्तारी भी हो सकती है।
निष्कर्ष और वास्तविकता
दिल्ली में बुलडोजर और सीलिंग की ये कार्यवाही पूर्णतया वैध और सरकारी एजेंसियों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुपालन में की जा रही है। यह कदम दिल्ली की राष्ट्रीय राजधानी को अवैध और गैरकानूनी गतिविधियों से मुक्त करने का प्रयास है।
Disclaimer: यह कार्रवाई पूरी तरह से सरकारी और न्यायिक संस्थानों के निर्देशों के तहत हो रही है। यह कोई झूठा या फर्जी अभियान नहीं है। यदि कोई अवैध निर्माण या अनाधिकृत व्यावसायिक गतिविधि पाई जाती है, तो सरकार और MCD उसकी जांच कर उचित कार्यवाही करते हैं। चांदनी चौक और अन्य जिलों में यह अभियान कानून व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों के हित में है।
इस तरह, चांदनी चौक और दिल्ली के अन्य इलाकों में बुलडोजर के बाद sealing की कार्यवाही अवैधता को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और इसे भविष्य में भी जारी रखने की योजना है ताकि दिल्ली को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखा जा सके।
Source: https://www.livelaw.in/top-stories/supreme-court-mcd-chandni-chowk-order-for-sealing-of-properties-where-illegal-construction-is-going-on-arrest-defaulter-298009