हर किसान अपने खेत की मेहनत का सही फल चाहता है और सरकार की मदद से अपनी खेती को आगे बढ़ाना चाहता है। देश भर के करोड़ों किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) एक बड़ी उम्मीद का जरिया है।
इस योजना के तहत हर पात्र किसान को साल भर में तीन किस्तों में कुल 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है, जिससे उनके खेती के छोटे-मोटे खर्च पूरे होते हैं। हाल ही में, देश के लाखों किसान इस सोच में हैं कि पीएम किसान योजना की अगली किस्त अब तक क्यों नहीं आई है।
हर साल अप्रैल-जून, अगस्त-नवंबर, दिसंबर-मार्च के बीच किस्त आती है, लेकिन इस बार जुलाई महीने के पैसे ट्रांसफर नहीं हुए। इससे किसान परिवारों की चिंता बढ़ गई है कि कहीं उनके दस्तावेज़ में तो कोई गड़बड़ी नहीं, या योजना में कोई बदलाव तो नहीं आया।
सरकार की ओर से हर बार साफ निर्देश दिए जाते हैं कि सभी किसान जरूरी औपचारिकताएं और डॉक्यूमेंट समय से अपडेट रखें। अगर इसमें कुछ भी छूट जाता है, तो अगली किस्त रुक सकती है। ऐसे में जरूरी है कि किसान लेटेस्ट अपडेट और कारणों को विस्तार से समझें।
PM Kisan Yojana 2025
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, जिसमें पात्र छोटे और सीमांत किसानों को प्रतिवर्ष 6,000 रुपये सीधे बैंक खाते में तीन बराबर किस्तों में ट्रांसफर किए जाते हैं।
अब तक 19 किस्तें जारी हो चुकी हैं और 20वीं किस्त का इंतजार है। इस महीने किसान उम्मीद कर रहे थे कि जल्द उनके खाते में 2,000 रुपये की 20वीं किस्त आ जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स और सरकारी अफसरों के हवाले से खबर है कि 20वीं किस्त जुलाई के तीसरे या चौथे सप्ताह तक ट्रांसफर हो सकती है, यानी 18 या 19 जुलाई से किस्त मिलनी शुरू हो सकती है।
हालांकि, अंतिम तिथि पर औपचारिक घोषणा अभी नहीं हुई है और अभी भी कई किसानों के खाते में पैसे नहीं पहुंचे हैं। इस बार जून के बाद भी जब किस्त नहीं आई, तो किसानों में बेचैनी और भी बढ़ गई है।
पैसे क्यों आए देरी से?
अक्सर यह देखने को मिलता है कि कुछ किसानों को राशि समय पर नहीं मिल पाती है। इसका सबसे बड़ा कारण है दस्तावेजों की जांच में गड़बड़ी, बैंक अकाउंट या आधार में गलती, या e-KYC पूरा न होना।
सरकार ने यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल कर दी है और स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि e-KYC करवाना अनिवार्य है। जिन किसानों ने अब तक e-KYC नहीं करवाई है, उनके खाते में अगली किस्त नहीं आएगी।
इसके अलावा, बैंक से जुड़ी जानकारी जैसे IFSC कोड, नाम, या आधार लिंकिंग की जानकारी गलत होने पर भी पैसा अटक सकता है। कुछ राज्यों में रिकॉर्ड मिलान या रेवेन्यू रिकॉर्ड अपडेट न होने के कारण भी देरी संभव है। पहले की किस्तों में भी ऐसे मामले बड़ी संख्या में सामने आ चुके हैं।
पीएम किसान योजना: कौन कर सकता है आवेदन व पात्रता
- योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलता है जिनके नाम कृषि भूमि दर्ज है और वे छोटे या सीमांत किसान हैं।
- आवेदक किसान, उनका परिवार या कोई भी सदस्य आयकरदाता, सरकारी कर्मचारी या दस हजार मासिक पेंशन पाने वाला न हो।
- डॉक्टर, इंजीनियर, सीए जैसे प्रोफेशनल्स इस योजना के पात्र नहीं हैं।
- जमीन के मालिकाना दस्तावेज, पहचान पत्र और बैंक की सही जानकारी जरूरी है।
पैसा चेक करने का तरीका
- पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “Know Your Status” या “Beneficiary Status” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर ओटीपी वेरीफिकेशन के बाद स्टेटस देखें।
- यहां पता चल जाएगा कि आपका नाम सूची में है या नहीं, किस्त कब आई, या किन कारणों से रुकी है।
सरकार की ओर से क्या सलाह
सरकार की ओर से बार-बार किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी सभी जानकारी, दस्तावेज, बैंक डिटेल और e-KYC समय-समय पर अपडेट रखें। किसी भी तरह की त्रुटि, आधार-बैंक लिंकिंग या दस्तावेज की कमी के कारण उनका लाभ रुक सकता है। बैंक में नाम, IFSC, अकाउंट नंबर पूरी तरह सही तथा आधार से लिंक होना चाहिए।
किसी भी तकनीकी समस्या या पैसा ट्रांसफर न होने की स्थिति में अपने रेवेन्यू विभाग, कृषि कार्यालय या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
निष्कर्ष
पीएम किसान योजना किसानों के लिए बहुत बड़ी राहत और सहारा है, जिससे हर साल सीधे बैंक खाते में राशि मिलती है। 20वीं किस्त में देरी का मुख्य कारण e-KYC, बैंक डिटेल्स या दस्तावेज अपडेट में गड़बड़ी है। सरकार की कोशिश है कि महीने के आखिर तक सभी किसानों को अगली किस्त का पैसा मिले।
किसान समय रहते अपनी जानकारी और कागज पूरे रखें, ताकि किसी भी किस्त में विलंब न हो और योजना का सीधा लाभ मिलता रहे।