प्राइवेट कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने सभी ईपीएस (EPS) पेंशनर्स के लिए उनकी मासिक पेंशन में बड़ा इजाफा करने का ऐलान किया है। अब सरकारी फैसले के बाद लाखों निजी क्षेत्र के कर्मचारी, जो रिटायर हो चुके हैं या होने वाले हैं, उन्हें अधिक पेंशन मिलेगी। यह कदम बढ़ती महंगाई, जीवनयापन के खर्च और सामाजिक सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है। इससे पेंशनर्स को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक स्थिरता और सम्मानजनक जीवन जीने में सहायता मिलेगी।
कई वर्षों से पेंशनर्स और यूनियन लगातार मांग कर रहे थे कि ईपीएफओ की मिनिमम पेंशन ₹1,000 प्रति माह से बढ़ाई जाए। सरकार ने उनकी मांग पर विचार करते हुए अब ये राशि ₹7,500 करने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। इस निर्णय से लगभग 60 लाख से अधिक पेंशनधारकों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा। पेंशन वृद्धि मई 2025 से लागू होगी और इसका पूरा खर्च सरकार तथा ईपीएफओ साझा रूप से वहन करेंगे।
EPFO द्वारा मासिक पेंशन बढ़ाने की योजना
कर्मचारी पेंशन योजना (Employees’ Pension Scheme – EPS) एक सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजना है, जो 1995 में शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य व्यवस्थित क्षेत्र (ऑर्गनाइज्ड सेक्टर) के कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद प्रत्येक माह सुनिश्चित पेंशन देना है। EPS में शामिल कर्मचारी को कम से कम 10 वर्ष की सर्विस पूरी करनी होती है और वह 58 वर्ष की उम्र में इस पेंशन का लाभ उठा सकता है। यदि कोई कर्मचारी 50 से 58 वर्ष की उम्र के बीच पेंशन निकालता है तो उसे तय नियम के अनुसार कम पेंशन मिलेगी।
EPS योजना के तहत कर्मचारी और नियोक्ता दोनों EPF खाते के लिए 12-12 प्रतिशत वेतन का योगदान करते हैं। इसमें से नियोक्ता के हिस्से से 8.33% राशि EPS में जाती है और बाकी EPF में जमा होती है। EPS लागू होने के बाद, जितने भी कर्मचारी EPF में शामिल हैं, वे अपने आप इस पेंशन योजना का हिस्सा भी बन जाते हैं।
पहले ईपीएस योजना के तहत न्यूनतम पेंशन मात्र ₹1,000 थी, जो बढ़ती महंगाई के हिसाब से पर्याप्त नहीं थी। अब इसे बढ़ाकर ₹7,500 प्रति माह करने का रास्ता प्रशस्त कर दिया गया है। इस नई व्यवस्था से छोटे उद्योग, कारखाने, सिक्योरिटी गार्ड, टेक्निकल स्टाफ, निर्माण श्रमिक जैसे तमाम प्राइवेट क्षेत्र के कर्मचारी और उनकी विधवा/परिवार को भी लाभ मिलेगा।
योजना में यह भी प्रावधान है कि यदि किसी कर्मचारी की मृत्यु हो जाए, तो उसकी विधवा, बच्चे, अनाथ बच्चे या फिर नामित व्यक्ति को परिवार पेंशन तथा अन्य लाभ मिलते हैं। यदि कोई कर्मचारी सेवा के दौरान पूरी तरह से विकलांग हो जाता है तो उसे भी EPS से पेंशन मिलती है, भले ही उसकी सर्विस 10 साल से कम रही हो।
नई पेंशन राशि और इसके प्रभाव
सरकार के ऐलान के अनुसार हर ईपीएस पेंशनर को न्यूनतम ₹7,500 मासिक पेंशन मिलेगी। पहले यह ₹1,000 थी, यानी करीब सात गुना बढ़ोतरी की गई है। पेंशनर्स एफपीओ (PF) दफ्तर में जाकर या ऑनलाइन अपने e-KYC, आधार लिंक्ड बैंक अकाउंट आदि अपडेट करवा लें, और जीवन प्रमाणपत्र जमा करें। इससे बढ़ी हुई पेंशन की राशि उनके खाते में आनी शुरू हो जाएगी।
नई व्यवस्था से सेवानिवृत्त कर्मचारियों और उनके परिवार की आय में बढ़ोतरी होगी, जिससे दैनिक जरूरतें और स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च करना आसान हो सकेगा। यह खास तौर पर निचले तबके के निजी कर्मचारियों, जैसे सुरक्षा गार्ड, कंस्ट्रक्शन वर्कर, छोटे उद्योग कर्मी और तकनीकी स्टाफ के लिए वरदान है।
आवेदन कैसे करें?
नई पेंशन के लिए कोई अलग से आवेदन नहीं करना होता। यदि कोई पहले से EPFO और EPS का सदस्य है, तो वह स्वतः नई पेंशन राशि के लिए पात्र हो जाता है। बस निम्न बातें ध्यान रखें:
- EPFO ऑफिस या वेबसाइट पर जाकर e-KYC, आधार, बैंक खाता अपडेट करवाएँ।
- जीवन प्रमाणपत्र समय पर जमा करवाएँ।
- आपके रिटायरमेंट के बाद पेंशन रकम सीधे आपके खाते में जमा की जाएगी।
अन्य जरूरी बातें
EPS में न्यूनतम सेवा अवधि 10 साल है, तभी मासिक पेंशन मिलती है। 10 वर्ष से कम सेवा करने वाले कर्मचारियों को एकमुश्त रकम निकालने का अधिकार है। यदि कर्मचारी 58 साल की उम्र से पहले पेंशन लेना चाहता है तो उसे कम राशि मिलेगी। 60 साल तक पेंशन टालने पर हर वर्ष 4% अतिरिक्त राशि मिलती है।
EPS में नामांकित परिवारजन या नामित व्यक्ति को भी कर्मचारी की मृत्यु के बाद पेंशन मिलती है। विधवा/विधुर को जीवनभर और बच्चों को 25 साल की उम्र तक पेंशन मिलती है। विकलांग बच्चों को भी जीवनभर पेंशन का लाभ मिलता है।
निष्कर्ष
निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए EPFO द्वारा मासिक पेंशन बढ़ाना सचमुच राहत भरी खबर है। अब रिटायरमेंट के बाद उन्हें आर्थिक तंगी से नहीं जूझना पड़ेगा और सम्मानजनक जीवन जी सकेंगे। सरकार का यह कदम सामाजिक सुरक्षा मजबूत करने की दिशा में बहुत महत्त्वपूर्ण है, जिससे लाखों पेंशनधारकों और उनके परिवारों को सीधा फायदा मिलेगा।