रिटायर्ड कर्मचारियों की फिर से मिलेगी नौकरी, सरकारी आदेश जारी

Published On: July 29, 2025
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रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए फिर से नौकरी मिलने की खबर भारतीय सरकारी संस्थानों की ओर से हाल ही में सामने आई है। अब वे लोग जो अपनी सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उनके लिए कई विभागों में पुनः रोजगार के अवसर बनाए जा रहे हैं। यह पहल खासतौर पर उन लोगों के लिए लाभकारी है जो रिटायरमेंट के बाद भी अपने अनुभव और योग्यता का इस्तेमाल करते हुए सक्रिय रहना चाहते हैं। साथ ही, इससे सरकार को अनुभवी कर्मियों का लाभ भी मिलता है।

सरकार ने इसे नए श्रमिक पुनः नियुक्ति या बहाली योजना के तहत लागू किया है। इस योजना के अंतर्गत रिटायर्ड कर्मचारी पुराने पदों या सलाहकार पदों पर अनुबंध के आधार पर काम कर सकते हैं। यह योजना देश के विभिन्न सरकारी विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में लागू की जा रही है। इसके जरिए न केवल कामगारों को आर्थिक सुरक्षा देते हैं, बल्कि वरिष्ठ कर्मचारियों का अनुभव संस्थानों की कार्यकुशलता बढ़ाने में मदद करता है।

रिटायर्ड कर्मचारियों की पुनः नौकरी योजना

सरकार ने रिटायर्ड कर्मचारियों को फिर से नौकरी देने की नीति पर आधिकारिक आदेश जारी किया है। इसका मुख्य उद्देश्य अनुभवी कर्मचारियों को उनकी विशेषज्ञता और सेवा का फायदा उठाने देना है। योजना के अनुसार, रिटायर हुए कर्मचारी फिर से विभिन्न विभागों में जूनियर इंजीनियर, स्टेनोग्राफर, सलाहकार, तकनीकी और प्रशासनिक पदों पर काम कर सकते हैं।

कुछ विभागों में तो इन पदों की संख्या भी निर्धारित की गई है, जैसे रेलवे, शिक्षा, स्वास्थ्य, और अनुसंधान संस्थान। उदाहरण के तौर पर, हाल ही में पूर्वी रेलवे ने रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए कुल 22 पदों पर भर्ती नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें जूनियर इंजीनियर, स्टेनोग्राफर, और टेक्नीशियल पद शामिल हैं। उम्र सीमा सामान्यतः 65 वर्ष तक रखी गई है, ताकि अनुभवी सेवानिवृत्त कर्मचारी इस योजना का लाभ ले सकें।

इसके अलावा, केन्द्रीय लुग्दी एवं कागज अनुसंधान संस्थान (CPPRI) ने भी रिटायर्ड लोगों के लिए कंसल्टेंट पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे हैं। यह भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन और वॉक-इन इंटरव्यू दोनों के जरिए हो रही है। इस तरह के उदाहरण देश के ऊपरी दर्जे के अनुसंधान और तकनीकी संस्थानों में भी देखे जा रहे हैं।

सरकार की यह योजना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे वृद्ध कर्मचारियों को आत्म-सम्मान मिलता है, आर्थिक मदद होती है और वे सामाजिक रूप से सक्रिय रहते हैं। इससे बुढ़ापे में दोबारा नौकरी पाने का मौका हासिल होता है, जो आमतौर पर सीमित होता है।

योजना के तहत लाभ और पात्रता

इस योजना में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को कुछ बेसिक योग्यता पूरी करनी होती है। सबसे पहले, उन्हें सरकारी या सार्वजनिक क्षेत्र की सेवा से सेवानिवृत्त होना आवश्यक है। इसके साथ ही उनकी आयु भी सीमा के अंदर होनी चाहिए, जो प्रायः 65 वर्ष तक होती है। आवेदन प्रक्रिया में अनुभव, योग्यता और स्वास्थ्य संबंधी परीक्षण भी हो सकते हैं।

सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई है जिससे इच्छुक रिटायर्ड कर्मचारी अपने अनुभव, योग्यता तथा पद के अनुसार आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया सरल और पारदर्शी रखी गई है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।

इस योजना के जरिए नौकरी पाने वाले रिटायर्ड कर्मचारी आमतौर पर अनुबंध या टेंपरेरी पदों पर नियुक्त होते हैं। उनका वेतन और अन्य भत्ते भी उनके पहले पद या नई नियुक्ति के अनुरूप होते हैं। इससे उन्हें आर्थिक स्थिरता मिलती है और सरकारी संस्थानों को अनुभवी संसाधनों से मदद मिलती है।

विशेष रूप से रेलवे ने रिटायर्ड कर्मचारियों के पुनः नियुक्ति पर विशेष ध्यान दिया है। रेलवे के विभिन्न विभागों में ऐसे कई पदों के लिए भर्ती चल रही है, जिसमें अनुभवी कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाती है। इससे रेलवे संचालन में दक्षता बढ़ती है।

सरकार की भूमिका और योजना का महत्व

सरकार ने रिटायर्ड कर्मचारियों को फिर से रोजगार देने की इस योजना को इसलिए लागू किया है क्योंकि देश में जनसंख्या के बढ़ने के साथ बुजुर्गों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में उनके आर्थिक और सामाजिक हितों का ध्यान रखना आवश्यक हो गया है।

इस योजना से रिटायर्ड कर्मचारी अपने अनुभव को कार्यक्षेत्र में दोबारा लागू कर पाते हैं। साथ ही, उन्हें सामाजिक और मानसिक रूप से सक्रिय बनाए रखना भी इसका मकसद है। बेरोजगारी और अकेलेपन से बचाने के लिए यह एक सशक्त कदम माना जा रहा है।

सरकार ने कई विभागों के माध्यम से इस योजना को क्रियान्वित किया है। इससे न केवल कर्मचारी बल्कि देश के विभिन्न संसाधनों को भी स्थिरता और गुणवत्ता मिलती है। रिटायर्ड वृद्ध कर्मचारियों के पुनः रोजगार से सरकार को भी प्रशिक्षित और अनुभवी कर्मियों का लाभ मिलता है, जिससे कार्य की गुणवत्ता में सुधार होता है।

इस तरह की योजना आगे भी और विभागों तक विस्तारित होने की संभावना है, ताकि अधिक से अधिक रिटायर्ड कर्मचारियों को रोजगार मिल सके और वे देश की सेवा जारी रख सकें।

निष्कर्ष:
सरकार द्वारा रिटायर्ड कर्मचारियों को फिर से नौकरी देने की योजना उन्हें नई दिशा और आर्थिक सहारा प्रदान करती है। यह न केवल उनके लिए, बल्कि देश के विकास के लिए भी आवश्यक है ताकि अनुभव का सही उपयोग हो सके। ऐसे कदम समाज में बुजुर्गों की स्थिति और सम्मान दोनों को बढ़ावा देते हैं।

Chetna Tiwari

Chetna Tiwari is an experienced writer specializing in government jobs, government schemes, and general education. She holds a Master's degree in Media & Communication and an MBA from a reputed college based in India.

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