School Holiday Alert: सावन में मिलेंगी 3 छुट्टियाँ, 7 राज्यों में पूरी तरह बंद रहेंगे स्कूल

Published On: July 30, 2025
Sawan School Holiday

सावन का महीना भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व रखता है। इस समय भगवान शिव की पूजा, कांवड़ यात्रा और कई धार्मिक अनुष्ठान देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित किए जाते हैं। छात्रों और उनके परिवारों के लिए यह समय उल्लास, आस्था और खुशी का होता है, क्योंकि त्योहारों के कारण अक्सर स्कूलों में छुट्टियां घोषित की जाती हैं।

हर साल जैसे ही सावन आता है, वैसे ही स्कूलों और प्रशासन की तरफ से छुट्टियों की घोषणा हो जाती है। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य त्योहार के अवसर पर छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और नगरों में बढ़ती भीड़ व यातायात व्यवस्था को नियंत्रित रखना है।

सावन की छुट्टियों की खबर से बच्चों में इसका उत्साह दोगुना हो जाता है, क्योंकि उन्हें न केवल त्योहार मनाने का मौका मिलता है, बल्कि वे परिवार के साथ समय भी बिता सकते हैं।

Sawan School Holiday

सावन माह में, खासतौर पर कांवड़ यात्रा और सावन शिवरात्रि जैसे पर्वों के दौरान स्कूलों में 3 दिनों की छुट्टी को लेकर जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग समय-समय पर निर्देश देते हैं। 2025 में भी यही परंपरा जारी रही है।

इस बार उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, बिहार, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के कई जिलों में जुलाई के तीसरे सप्ताह में छुट्टी का ऐलान किया गया है। 23 जुलाई 2025, बुधवार को सावन शिवरात्रि के कारण और उससे सटे दिनों में भी स्कूल बंद रखे जाएंगे। ऐसा निर्णय बच्चों की सुरक्षा, सड़क पर यातायात और धार्मिक आयोजनों की सहजता को देखते हुए लिया गया है।

छुट्टियों का मुख्य कारण यह है कि इन दिनों कांवड़ यात्रा के चलते लाखों श्रद्धालु मंदिरों का रुख करते हैं, जिससे सड़कों पर भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम लगता है। ऐसे में बच्चों के स्कूल आने-जाने में असुविधा व दुर्घटना की आशंका रहती है।

इसलिए अधिकारियों की ओर से स्कूलों में छुट्टी देकर परिवारों को भी राहत दी जाती है कि वे खुद बच्चों की देखभाल करें और उनके साथ त्योहार का आनंद लें।

छुट्टियां किन राज्यों-क्व जिलों में और कब तक?

उत्तर भारत के अधिकतर जिलों में सावन के हर सोमवार, सावन शिवरात्रि और आवश्यक पर्व के दिन स्कूल बंद रखे जाते हैं। उदाहरण के लिए, यूपी के नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, बदायूं, मुजफ्फरनगर आदि जिलों में 23 जुलाई को सावन शिवरात्रि की छुट्टी घोषित की गई है।

मध्य प्रदेश, बिहार, दिल्ली-एनसीआर, झारखंड, और हरियाणा के कई जिलों में भी यही आदेश लागू है। कुछ स्थानों पर प्रशासन ने 22, 23 और 24 जुलाई तक तीन दिन की छुट्टी रखी है, ताकि कांवड़ यात्रा और शिवरात्रि का पर्व सुरक्षित तरीके से मनाया जा सके।

ज्यादातर जिलों में यह छुट्टियां कक्षा 1 से 8 या 1 से 12 तक के सभी स्कूलों पर लागू की जाती हैं। छुट्टियों के लिए स्कूल प्रशासन, शिक्षा विभाग या जिला अधिकारी द्वारा प्रेस नोट, पत्र या स्कूलों को सुझाव जारी किया जाता है। कई स्कूलों ने ऑनलाइन क्लास को विकल्प के रूप में अपनाया है, ताकि पढ़ाई की निरंतरता बनी रहे।

प्रशासन की योजना और छात्रों की सुरक्षा

छुट्टियों का फायदा केवल त्योहार मनाने के लिए नहीं, बल्कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी होता है। सावन के महीने में बारिश भी जोर पकड़ लेती है, जिससे स्कूल आने-जाने में परेशानी और सड़क पर दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।

कांवड़ यात्रा के दौरान मंदिरों, घाटों और सड़क मार्गों पर भीड़ और अस्थायी संकुलन से बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बन जाती है।

जिलों के अधिकारी छुट्टियों की घोषणा करते समय यह ध्यान रखते हैं कि सभी अभिभावक और छात्र समय रहते सूचना प्राप्त कर लें।

छुट्टियों के दौरान जिन बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए कई स्थानों पर ऑनलाइन कक्षाओं का प्रबंध भी किया गया है, विशेषकर बड़े शहरों के प्राइवेट स्कूलों द्वारा। जिला प्रशासन के निर्देश के अलावा स्कूलों ने अपने स्तर पर भी अभिभावकों को नोटिस भेजकर छुट्टियों की पुष्टि की है।

क्या केंद्र सरकार की कोई विशेष योजना है?

छुट्टियों का यह ऐलान केंद्र सरकार की किसी योजना का हिस्सा नहीं है। यह फैसला राज्य सरकार, जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग या स्थानीय अधिकार क्षेत्र के अनुसार लिया जाता है। हर साल सांस्कृतिक–धार्मिक आयोजनों और परिवहन व्यवस्था को देखते हुए स्थानीय प्रशासन अपना निर्णय लेते हैं, ताकि बच्चों और शहर की व्यवस्था दोनों सुरक्षित रहें।

प्रशासन ने स्कूलों और नागरिकों से अपील की है कि वे छुट्टी के दौरान प्रशासन की सलाह मानें, धार्मिक आयोजनों में सतर्क रहें और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। कई जगह स्कूलों को आदेश दिया गया है कि वे छुट्टी आदेश का पूरी तरह से पालन करें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

निष्कर्ष

सावन के मौसम में तीन दिन की स्कूल छुट्टियां छात्रों व अभिभावकों दोनों के लिए खुशियों का अवसर लेकर आती हैं। यह न सिर्फ आस्था और पारिवारिक संबंधों में मजबूती लाती हैं, बल्कि बच्चों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी हैं।

सभी नागरिकों, खासकर छात्रों और अभिभावकों को प्रशासन की सूचना का पालन करना चाहिए, ताकि त्योहार खुशी के साथ और सुरक्षित वातावरण में मनाया जा सके।

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