60 की उम्र के बाद जीवन की चुनौतियाँ अक्सर बढ़ जाती हैं। इस उम्र में नियमित आय का स्रोत कम हो जाता है, स्वास्थ्य संबंधी खर्चे तेजी से बढ़ने लगते हैं और परिवार व समाज की ओर से भी सहारा अपेक्षित रहता है। इसी को देखते हुए सरकार ने 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के नागरिकों के लिए अनेक लाभकारी योजनाएं चलाई हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन जी सकें।
इन योजनाओं के तहत बुजुर्गों को आर्थिक सहायता, स्वास्थ्य सुरक्षा, कर में छूट, यात्रा रियायत और अन्य कई सुविधाएं मिलती हैं। अगर आप या आपके परिवार में कोई सदस्य 60 वर्ष की आयु पार कर चुका है, तो अब आपके लिए जीवन को आसान बनाने वाली ये सरकारी योजनाएं बेहद लाभकारी साबित हो सकती हैं। आइए जानते हैं वे पांच प्रमुख योजनाएं जिनका लाभ 60 साल के बाद जरूर उठाना चाहिए।
60 की उम्र पार? अब इन 5 सरकारी योजनाओं का उठा सकते हैं पूरा फायदा
1. वृद्धावस्था पेंशन योजना
सरकार की सबसे बड़ी और लोकप्रिय योजना है – वृद्धावस्था पेंशन योजना। इसमें जो भी नागरिक 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं, तथा गरीब और असहाय हैं, उन्हें हर महीने निश्चित धनराशि पेंशन के रूप में मिलती है। केंद्र सरकार के तहत “राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना” में पेंशन राशि साल 2025 में बढ़ाकर ₹1,000 से ₹2,500 प्रति माह विभिन्न राज्यों में कर दी गई है। कई राज्यों में यह राशि और भी अधिक, जैसे हरियाणा में ₹3,000 तक दी जा रही है। पेंशन सीधे बैंक या डाकघर खाते में ट्रांसफर की जाती है, जिससे पूरी पारदर्शिता बनी रहती है.
पात्रता के लिए आमतौर पर उम्र 60 वर्ष से अधिक, गरीबी रेखा के नीचे (BPL) कार्ड तथा संबंधित राज्य की नागरिकता जरूरी है। राज्य विशेष के अनुसार आवेदन प्रक्रिया व राशि में अंतर आ सकता है।
2. वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य बीमा योजना
बढ़ती उम्र में सबसे बड़ी चुनौती है स्वास्थ्य। इसी को देखते हुए सरकार ने वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य बीमा योजना चलाई है। इसमें 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को कम प्रीमियम पर या मुफ्त स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जाता है। केंद्र की ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ (PM-JAY) के तहत गरीब बुजुर्गों को सालाना ₹5 लाख तक का हेल्थ कवर मिलता है। ‘राष्ट्रीय वरिष्ठ मेडिक्लेम पॉलिसी’ जैसी योजनाएं 60 से 80 साल की उम्र के बीच वालों को किफायती प्रीमियम और विस्तृत मेडिकल खर्च कवरेज देती हैं.
इस योजना में दवाइयों, जांच, अस्पताल में भर्ती, गंभीर बीमारियों और ऑपरेशन आदि का खर्च भी कवर किया जाता है। आवेदन के लिए सरकार के सरकारी या अनुमोदित बीमा कंपनियों से पॉलिसी ली जा सकती है।
3. सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS)
यह बचत योजना खास बुजुर्गों के लिए वर्ष 2025 में नई दरों तथा अधिकतम राशि के साथ शुरू की गई है। 60 साल या उससे ऊपर के नागरिक इस स्कीम में अधिकतम ₹30 लाख तक निवेश कर सकते हैं। जुलाई 2025 से इसमें 8.2% प्रति वर्ष का उच्च ब्याज मिल रहा है, जो अन्य सरकारी योजनाओं से अधिक है। स्कीम 5 साल की होती है और 3 वर्ष के लिए बढ़ाई जा सकती है। ब्याज हर तिमाही में खाते में आता है.
यह स्कीम बैंकों या डाकघरों में उपलब्ध है और निवेश सुरक्षित होने के साथ आयकर छूट का लाभ भी मिलता है।
4. वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना (LIC Varishtha Pension Bima Yojana, PMVVY)
इस योजना के जरिए 60 वर्ष या ऊपर के बुजुर्गों को निश्चित पेंशन मिलती है। पेंशन मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक रूप में ले सकते हैं। इसमें 8% तक गारंटीड रिटर्न मिलता है और प्रीमियम की रकम तय अवधि बाद वापस भी मिल जाती है। इसमें प्रवेश के लिए अधिकतम उम्र सीमा नहीं है। यह योजना एलआईसी के माध्यम से चलती है और इसमें जमा रकम पर आयकर छूट भी उपलब्ध है.
5. यात्रा और अन्य छूट योजनाएं
सरकार वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेनों, एयरलाइंस और बसों में किराए में छूट (concession) प्रदान करती है। रेलवे में पुरुष सीनियर सिटिजन को 40% और महिलाओं को 50% तक की छूट यात्रा किराए पर मिलती थी, हालांकि वर्तमान में कुछ बदलाव और राज्य-स्तर पर रियायतें शुरू की जा रही हैं। इसके अलावा, विभिन्न राज्यों में बिजली, पानी, पहचान पत्र, कानूनी सहायता, और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में कई छूटें लागू हैं।
आवेदन प्रक्रिया
इन योजनाओं के लाभ के लिए वरिष्ठ नागरिक अपने संबंधित राज्य के समाज कल्याण विभाग, नजदीकी बैंक/डाकघर या बीमा एजेंट से संपर्क कर सकते हैं। प्रायः आधार कार्ड, पहचान पत्र, उम्र का प्रमाण, बैंक पासबुक, और दो पासपोर्ट फोटो जरूरी होते हैं। कुछ योजनाओं के लिए ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है।
निष्कर्ष
60 साल की उम्र पार करना एक नई शुरुआत की तरह है। सरकार की ये योजनाएं न सिर्फ बुजुर्गों की आर्थिक, स्वास्थ्य और सामाजिक जरूरतें पूरी करती हैं, बल्कि उन्हें गरिमापूर्ण, आत्मनिर्भर व खुशहाल जीवन जीने का मौका भी देती हैं। समय रहते इन योजनाओं का लाभ लेना, बुजुर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है।